डर कर भागे घर बेचने को उतारू रिश्तेदारलखनऊ, करोड़पति परिवार की तिरस्कृत थोड़ी मानसिक दिव्यांग बहनों का आश्रय यानी उनका घर बेचने आए उनके भतीजे राम और उनका परिवार हमारी कार्रवाई से डरकर दिल्ली वापस भागा राधा अम्मा और मांडवी और मुन्नी अम्मा एक करोड़पति परिवार को बिलॉन्ग करती थी अशोक मार्ग लखनऊ में इनकी 14000 स्क्वायर फुट की कोठी थी इनके पिताजी एक डॉक्टर माथुर सीएमओ थे भाइयों ने मिलीभगत कर इनका 14000 स्क्वायर फिट की कोठी बेचकर एक छोटा सा मिनी एमआईजी मकान विनय खंड गोमती नगर में लेकर दे दिया जहां दोनों बहनों की मानसिक स्थिति डांवाडोल है खाने को कुछ नहीं पहनने को कपड़ा नहीं टट्टी पिशाब सब सड़कों पर करती हैं 20 दिसंबर 2018 से प्रभु हनुमान ने इन दोनों बहनों की सेवा मुझे वर्षा वर्मा और रजत दुबे को सौंपी है दोनों बहनों के खाने की व्यवस्था घर की झाड़ू पोछा बर्तन की जिम्मेदारी कपड़ों की जिम्मेदारी दवाई इत्यादि की जिम्मेदारी प्रभु हनुमान ने दिव्य सेवा फाउंडेशन और एक कोशिश ऐसी भी प्रदान की है पिछले लगभग 1 साल से दोनों बहनों की सेवा हमारे द्वारा प्रदान की जा रही है जैसा आप जानते हैं कि 3 दिनों से उनके भतीजे राम ने लखनऊ में डेरा डाला हुआ था कि इस मकान को बेचकर जाना है इसका सौदा लगभग पक्का हो चुका था हमारे द्वारा रजिस्ट्रार से मिलकर ₹100 की फीस जमा करके दोनों बहनों की फोटो लगाकर एक एप्लीकेशन दी गई कि इसमें दोनों बहने मानसिक दिव्यांग है इनका मकान किसी भी दशा में बैनामा ना किया जाए रजिस्ट्रार द्वारा कार्रवाई करके इनकी मकान की रजिस्ट्री रोक दी गई है अब दोनों माताओं को जीवित रहते हुए कोई भी इस मकान से नहीं निकाल पाएगा प्रभु हनुमान ने हमारी लाज रखी किसी भी वास्तविक सच्ची सेवा के लिए संपर्क करें एक कोशिश है।
बेघर नहीं होंगी मुन्नी,राधा अम्मा
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