मुंबई, सोमवार। ‘महापंडित राहुल सांकृत्यायन फाउंडेशन’ एवं अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के संयुक्त तत्त्वावधान में वेबीनारोत्सव ऊका आयोजन हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कानूनविद् यू.एन. श्रीवास्तव ने अभिपत्र प्रस्तुत करने वाले विद्वज्जनों की प्रशंसा की।
विशेष अतिथि फिल्म डायरेक्टर तथा जर्नलिस्ट सेवा परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने समारोह की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए संस्कृत और संस्कृति पर समारोह आयोजित करने का सुझाव दिया।
प्रमुख अतिथि वरिष्ठ कवि आलोक द्विवेदी, मुख्य अतिथि महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने समारोह की शोभा बढ़ाई। स्वागत अतिथि कविवर हृदयेश मयंक ने राहुल पर भावपूर्ण कविता प्रस्तुत की तथा संस्था के अध्यक्ष आचार्य रामव्यास उपाध्याय ने प्रशस्तिपत्र से आनलाइन उनका स्वागत किया तथा सरस्वती वंदना से शुरुआत भी की।
विद्वान साहित्यकार डॉ.श्रीभगवान तिवारी जी ने राहुल सांकृत्यायन के व्यक्तित्व के अनछुए पहलुओं पर चर्चा करते हुए समारोह का उद्घाटन किया। प्रसिद्ध कवि आलोक द्विवेदी ने बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान, वर्धा से डा. सुहासिनी बाजपेई ने नारी सत्ता, रमण मिश्र ने तुम्हारी क्षय हो,
असम से जुड़ी राहुल सांकृत्यायन की पौत्र वधू इंदिरा पाण्डेय ने रामदुलारी, आचार्य रामव्यास उपाध्याय ने कनैला दर्शन, सिंधवासिनी तिवारी ने राहुल का सामान्य परिचय,
प्राचार्य सरयू प्रसाद पाण्डेय ने हिंदी और महापंडित राहुल, डॉ. शालिनी मिश्रा महा पंडित की उपाधि, प्रो.शशिकला पटेल ने राहुल सांकृत्यायन… लोला ऐलना, प्रो.संतोष तिवारी ने सिगरेट का त्याग डॉ.अवनीश सिंह ने देउली कैंप तथा बनारस से बिंदु अजय दुबे ने घुमक्कड़ी धर्म के द्वारा राहुल सांकृत्यायन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अभिपत्र प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति शिक्षाविद चंद्रवीर बंशीधर यादव की रही । समारोह का सुव्यवस्थित संचालन डॉ.अमर बहादुर पटेल तथा आभार डॉ.परमिंदर पाण्डेय ने व्यक्त किया।
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