15 दिवसीय खादी महोत्सव में 1.40 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री-डा0 नवनीत सहगल

लखनऊ, शनिवार 23अक्टूबर 2021 (सूवि) कार्तिक मास कृष्ण पक्ष तृतीया शरद ऋतु २०७८ आनन्द नाम संवत्सर। उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के तत्वाधान में इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर लखनऊ में आयोजित 15 दिवसीय खादी महोत्सव में 1.40 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री हो चुकी है। यह प्रदर्शनी 16 अक्टूबर को शुरू हुई थी और 30 अक्टूबर तक चलेगी।

यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, खादी एवं ग्रामोद्योग डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में विभिन्न स्टालों पर विशिष्ट उत्पादों की एक लम्बी श्रृंखला मौजूद हैं।

कुर्ता-पैजामा, ऊनी जैकेट, ऊनी/रेश्मी सदरी, कश्मीरी शालें, रेशमी साड़ियाँ, ड्रेस मेटेरियल, ऊनी चादर, कम्बल, आसन, दरियाँ, रजाई के खोल, तकियाँ, गाँधी झोले, शुद्व-शहद एवं विभिन्न प्रकार के चप्पल, जूते-जूतियाँ, पर्स, बेल्ट, मिटटी से बने बर्तन व घरेलू सजावटी सामान, सहारनपुर के लकड़ी पर आकर्षक नक्काशी के फर्नीचर एवं आंवले से बनी विभिन्न वस्तुएं आकर्षण का प्रमुख केन्द्र हैं।

उन्होंने बताया कि स्वराज्य आश्रम सर्वोदय नगर कानपुर द्वारा खादी की शर्ट, लुंगी, अंगोछा, मर्सलीन, धोती, कम्बल, रजाई, ऊनी गाउन, ऊनी शाल, चादर इत्यादि का प्रदर्शन किया गया हैं। इसी तरह पुष्पांजली एवं शताक्षी ग्रामोद्योग संस्थान प्रतापगढ़ ने आँवला की मिठाई, चटनी, मुरब्बा, त्रिफला चूर्ण तथा जायका संस्थान, लखनऊ द्वारा नीबू, आम व लहसुन आदि से निर्मित अचार की बड़ी श्रंखला मौजूद है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में रेशम विभाग द्वारा लगाये गये स्टाल पर सिल्क की साड़ियां, दुपट्टे, सूट, कुर्ता-पजामा आदि की भी बिक्री हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में प्रदेश भर से आये उद्यमियों एवं हस्तशिल्पियों में उत्पादों की अच्छी बिक्री होने से अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। त्यौहारों के इस मौसम में आगे आने वाले दिवसों में खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की और अधिक बिक्री होने की उम्मीद है।

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