लखनऊ, मंगलवार 23नवम्बर 2021 (सूवि) मार्गशीर्ष मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी हेमंत ऋतु २०७८ आनन्द नाम संवत्सर। राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा विश्व धरोहर सप्ताह (19 से 25 नवम्बर) के अन्तर्गत दिनांक 23 नवम्बर, 2021 को ‘‘विश्व विरासत’’ विषय पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में विविध महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभागिता की गयी। प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा0 मंजुला उपाध्याय, प्राचार्या, नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ द्वारा चयनित प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गये।
कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ के दिग्विजय वर्मा को प्रथम एवं विनय सिंह को द्वितीय तथा जय नारायण पी0जी0 कालेज के विमलेश कुमार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट प्रताप सिंह, विशाल दीक्षित, सुखचैन सिंह, कु0 स्नेहलता नागर, कु0 शालिनी यादव को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा0 मंजुला उपाध्याय ने उक्त अवसर पर अपने सम्बोधन में विश्व विरासतों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि धरोहरें राष्ट्र की सम्पत्ति होती हैं। ये हमारे गौरवशाली अतीत को जानने का सबसे सबल माध्यम हैं। यह हमारा दायित्व है कि हम इन्हें संरक्षित कर अपनी आगामी पीढ़ियों हेतु सुरक्षित रखें।
संग्रहालय के निदेशक डा0 आनन्द कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्व धरोहर सप्ताह मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को धरोहरों के प्रति जागरूक करना है। यह हमारा भी दायित्व है कि हम अपने साथ अन्य को भी धरोहरों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें। किसी भी राष्ट्र की पहचान उसकी संस्कृति से ही होती है।कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक, डा0 मीनाक्षी खेमका द्वारा किया गया। इस अवसर पर राज्य संग्रहालय की सहायक निदेशक श्रीमती अल् शाज फात्मी, रंजना मिश्रा, डा0 अनिता चौरसिया, धनन्जय कुमार राय, शारदा प्रसाद त्रिपाठी, शशिकला राय, शालिनी श्रीवास्तव, माधुरी कीर्ति आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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