- यूपी में शुरू हुआ “संकल्प अटल हर घर जल“ अभियान’
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के ग्राम्य विकास के सपने को पूरा कर रही प्रदेश सरकार
- ब्लाकों, ग्राम पंचायतों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में उत्साहपूर्वक हुए विविध आयोजन
- स्कूली बच्चों ने जन-जागरूकता रैलियां निकालीं, महिला-पुरूषों की संयुक्त बैठकों में बताए गये हर घर जल योजना के लाभ
लखनऊ, शनिवार 24दिसम्बर 2022 (सूवि) पौष मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, शिशिर ऋतु २०७९ राक्षस नाम संवत्सर। प्रदेश सरकार ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी के ग्राम्य विकास के सपने को साकार करते हुए राज्य में आज से “संकल्प अटल हर घर जल“ जल जागरूकता अभियान की शुरूआत की।
ब्लाकों, ग्राम पंचायतों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में अटल जी को श्रद्वासुमन अर्पित कर उनको याद किया गया। उत्साहपूर्वक स्कूली बच्चों ने अपने गांव में जन-जागरूकता रैलियां निकालीं। कला-निबंध और खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी कार्यक्रम हुए। यह पहला मौका है जब प्रदेश सरकार की पहल पर इतने बड़े स्तर पर यूपी के गांव-गांव में पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती को उत्साहपूर्वक मनाया गया।उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी की 98वीं जयंती की पूर्व संध्या पर रायबरेली से “संकल्प अटल हर घर जल“ अभियान की शुरूआत की। बाबू पंडित रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी महाविद्यालय जरिया, अटौरा में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्वासुमन अर्पित की। वहां मौजूद ग्रामीणों को भारत सरकार की हर घर नल से जल योजना से जन-जन को मिल रहे लाभों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यूपी में आज हर घर जल अभियान जनआंदोलन बन चुका है। माननीय पीएम नरेन्द्र मोदी जी की गांव के जन-जन तक शुद्व पेयजल पहुंचाने के सपने को प्रदेश सरकार पूरा कर रही है।
“संकल्प अटल हर घर जल“ अभियान के प्रदेश में शुरू होने के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं ने विविध आयोजन कर गांव, ब्लाक, ग्राम पंचायतों में जल बचाने का संदेश दिया। फर्रूखाबाद की कमलागंज ग्राम पंचायत हो या फिर अमरोहा की नूरपुर खुर्द, प्रयागराज की जसरा, इटावा, जालौन, कानपुर देहात, अम्बेडकरनगर, बाराबंकी, जौनपुर, आगरा समेत प्रदेश भर की समस्त ग्राम पंचायतों, ब्लाकों और गांव में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये। स्कूली बच्चों, महिलाओं, पुरूषों को दूषित जल से होने वाली बीमारियों के बारे में बताया गया।ग्रामीणों को पानी के संरक्षण एवं संचयन के साथ ही स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण जल की उपलब्धता, वॉटर टैरिफ की जानकारी भी दी गई। महिलाओं-पुरूषों की संयुक्त बैठकों में जन सहयोग पर खुली चर्चाएं भी हुईं।
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