उत्तर प्रदेश को सड़क दुर्घटनाओं के मामले में उन राज्यों मे लाना है, जहां पर सड़क दुर्घटनायें देश में सबसे कम है

  1. लोक निर्माण विभाग और परिवहन विभाग मिलकर काम करेंगे तो निश्चित तौर पर सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर में आयेगी कमी
  2. सड़क पर सदैव यातायात नियमों का पालन करते हुये ही वाहन चलाये- जितिन प्रसाद
  3. सड़क सुरक्षा की दिशा में व्यापक परिवर्तन की जरूरत
  4. सड़क सुरक्षा संबधी विषय पर किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें, अधिकारी करें नियमानुसार कार्रवाई
  5. नागरिक सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की दिशा में परिवहन विभाग लगातार कार्य कर रहा है
  6. सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने का किया जा रहा है प्रयास- दयाशंकर सिंह
  7. सड़क सुरक्षा बड़ा मानवीय मुद्दा है इसे गम्भीरता से लेने का आवश्यकता है- प्रमुख सचिव, परिवहन

लखनऊ, शनिवार 04फरवरी 2023 (सूवि) माघ मास शुक्ल पक्ष चतुर्दशी, शिशिर ऋतु २०७९ राक्षस नाम संवत्सर। मुख्यमंत्री जी के दिशा-निर्देश में उत्तर प्रदेश को सड़क दुर्घटनाओं के मामले में उन राज्यों मे लाना है जहां पर सड़क दुर्घटनायें देश में सबसे कम है। सड़क सुरक्षा माह का वास्तविक परिणाम लाना ही इस अभियान का सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है। मानव श्रृंखला बनाना, पैम्पलेट बांटना इत्यादि की सार्थकता तभी है जब सड़क दुर्घटनओ में होने वाले मृत्यु के आंकड़ों में भी सुधार परिलक्षित हो।

यह बाते विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह लोक निर्माण विभाग परिसर में आयोजित सड़क सुरक्षा माह के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने आज कही। उन्होने कहा कि सड़कों के मरम्मत, रख-रखाव की जिम्मेदारी पी.डब्ल्यू.डी विभाग की है, जबकि उस पर चलने वाले गाड़ियों से सबंधित नियम, लाइसेंस की व्यवस्था की जिम्मेदारी परिवहन विभाग पर है। दोनो विभाग मिलकर काम करेंगे तो निश्चित तौर पर सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर में कमी आयेगी। साइनेज मार्किंग, ब्लैक स्पॉट का चिन्हांकन इत्यादि के निस्तारण के बेहतर प्रबन्ध करने के निर्देश पी.डब्ल्यू.डी विभाग के अधिकारियों को दिये गये है। यह बताते हुये हर्ष हो रहा है कि आज उत्तर प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेस-वे है जो अत्याधुनिक तकनीकी से बने है। साथ ही आने वाले दिनों में जल्द ही कानपुर को एक्सप्रेस-वे से जोड़ दिया जायेगा और लखनऊ से कानपुर की दूरी लोग मात्र 35 मिनट में तय करने लगेंगे। उन्होने लोगों से खासकर युवाओं से अपील की कि ओवर स्पीडिंग न करे एवं ड्रिंक करके वाहन न चलाये। स्वंय सुरक्षित रहे और दूसरो की सुरक्षा का भी ध्यान रखे। सड़क पर सदैव यातायात नियमों का पालन करते हुये ही वाहन चलाये।

इस अवसर पर परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम एवं सहयोगी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा माह के सफल आयोजन हेतु बधाई दी एवं कहा कि सड़क सुरक्षा मा0 मुख्यमंत्री जी कि शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। सड़क सुरक्षा की दिशा में व्यापक परिवर्तन की जरूरत है। हमारे नौजवान जो देश के भविष्य भी है, उनकी सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दुखद है। आकड़ों के अनुसार देखा जाये तो 23 हजार लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटनाओं में हो जाती है, जबकि कोरोना जैसे महामारी में भी होने वाली मृत्यु की संख्या इससे कम रही। उन्होने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सड़क सुरक्षा संबधी विषय पर किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरते और सभी से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करायें। उन्होने कहा कि नागरिक सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की दिशा में परिवहन विभाग लगातार कार्य कर रहा है। आज लाइसेंस, परमिट, डी.एल. की व्यवस्था आनलाइन कर दी गयी है।

लोग घर बैठे यह सब सुविधायें प्राप्त कर सकते है। अब लोगों को आर०टी०ओ कार्यालय के चक्कर लगाने का आवश्यकता नहीं है। उन्होने कहा कि टेक्नॉलाजी का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है, हॉल ही में सत्यम नाम के बायोलॉजी के छात्र ने एक ऐसी डिवाइस बनायी है जो हेलमेट पहनने के बाद ही वाहन को चलायमान स्थिति में लाती है, अन्यथा वाहन स्टार्ट ही नहीं होगा। साथ ही यदि कोई ड्रिंक करके वाहन चलाना चाहे तो भी यह डिवाइस वाहन को स्टार्ट होने देगी। सड़क सुरक्षा माह का समापन आज अवश्य हो रहा है लेकिन सड़क सुरक्षा पर कार्यवाही एवं नियमों का पालन करवाना परिवहन विभाग आगे भी जारी रखेगा। परिवहन विभाग बेहतर से बेहतर प्रयास करते हुये सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिये जन जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है।

प्रमुख सचिव परिवहन वेकटेंश्वर लू ने इस अवसर पर बोलते हुये कहा कि लगातार अभियान चल रहा है इसके बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु में बढोत्तरी होना दुखद है। सभी विभाग अपनी-अपनी भूमिका का निर्वाहन कर रहा है,फिर भी गम्भीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता है एवं बेहतर प्रयास करने होंगे, जिससे कि मृत्यु दर के आकड़ो में कमी आये। उन्होने कहा कि वह प्रत्येक काम जो हम करे, उसका प्रभाव भी दिखना चाहिये। सड़क सुरक्षा बड़ा मानवीय मुद्दा है इसे गम्भीरता से लेने की आवश्यकता है। समस्या का समाधान तभी होगा जब प्रत्येक व्यक्ति कमीटमेंट करे और नैतिकता की गहराइयों से काम करे। उन्होने कहा कि व्यक्ति जब देश एवं समाज के लिये काम करता है तभी वह कर्मयोगी बनता है। आज यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश लगातार प्रगति कर रहा है। ऐसे समय में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा, जिससे कि देश उन्नति के मार्ग पर और तेजी से आगे बढ़ सके।

सड़क सुरक्षा माह के तहत मानव श्रृंखला बनाए जाने पर प्रथम स्थान आने के लिए जनपद श्रावस्ती की जिलाधिकारी नेहा प्रकाश को, द्वितीय स्थान आने के लिए डीएम संभल की अनुपस्थिति में एआरटीओ संभल को एवं तृतीय स्थान आने के लिए डीएम बहराइच श्री दिनेश चंद्र को आज पुरस्कृत किया गया।

सड़क सुरक्षा माह समापन के अवसर पर गीत के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। गीत के बोल थे- "सड़क सुरक्षा नियम तुम्हें बतलातें है, सड़कों पर चलना तुमकों सिखलातें है।" सड़क सुरक्षा विषय पर आयोजित क्विज में श्री संजय सिंह को प्रथम विजेता के तौर पर 20 हजार रूपये, अब्दुल रजाक को द्वितीय विजेता के रूप में 15 हजार रूपये तथा श्री शत्रुघन पाल को तृतीय विजेता के तौर पर 10 हजार रूपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार चित्रलेखा प्रतियोगिता में तान्या निगम को प्रथम विजेता के तौर पर 20 हजार रूपये, श्रीनिष्ठा को द्वितीय विजेता के तौर पर 15 हजार रूपये एवं शैलेश्वरी को तृतीय विजेता के रूप में 10 हजार रूपये तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया । साथ ही इस अवसर पर सड़क सुरक्षा में घायल व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचा कर उनकी जान बचाने हेतु गुड सेमेटेरियन पुरस्कार भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर सड़क सुरक्षा से संबंधित एक पुस्तक "सड़क सुरक्षा: एक समाज वैज्ञानिक अध्ययन" का विमोचन किया गया । कार्यक्रम के अन्त में लोगों को सड़क सुरक्षा से संबधित शपथ दिलायी गयी।

इस अवसर पर परिवहन आयुक्त श्री चन्द्रभूषण सिंह, जिलाधिकारी श्रावस्ती नेहा प्रकाश, जिलाधिकारी बहराइच डा0 दिनेश चन्द्र, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री संदीप कुमार, पी.डब्ल्यू.डी., प्रमुख अभियन्ता श्री वी.के. श्रीवास्तव पी.डब्ल्यू.डी., अपर परिवहन आयुक्त श्री वी.के.सोनकिया, श्री नरेन्द्र सिंह अपर परिवहन आयुक्त श्री निर्मल प्रसाद, श्री पुष्पसेन सत्यार्थी सहित अन्य विभागाधिकारी उपस्थित थे। 

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