मुंबई , बुधवार। उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर एक के बाद एक हमले, चिंता का विषय है इस पर सरकार को कठोर कदम उठाने होंगे। पत्रकार असुरक्षित हैं परिवार में अकेला कमाने वाला पत्रकार का परिवार हमेशा दहशत में जीता है परिवारी जन का उसके शिवा कोई और सहारा नहीं।
जर्नलिस्ट सेवा परिषद के कानपुर मंडल अध्यक्ष ज्ञानेश कुमार ने सरकार से विनम्र निवेदन करते हुए कहा कि पत्रकारों के हित में शीघ्र सुरक्षा कानून लागू किया जाए तथा पीड़ित पत्रकार के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।
अनेक पत्रकारों के संगठनों ने बलिया के पत्रकार रतन सिंह की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अपना रोष जताया है। कानपुर प्रेस क्लब ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर सरकार से उचित कार्रवाई करने की मांग की है। JSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा पर शीघ्र ठोस कार्रवाई के लिए अपेक्षा की है।
विश्व प्रेस संगठन ने बलिया में हुई पत्रकार रतन सिंह की हत्या की घोर निंदा करते हुए प्रभु से प्रार्थना की है की इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा 19 जून-शुभममणि त्रिपाठी की हत्या, 20 जुलाई-विक्रम जोशी की हत्या, 24 अगस्त- रतन सिंह की हत्या, बलिया पिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या, 11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR, यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।
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