प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जायेगा

  • डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में उ0प्र0 लघु उद्योग निगम के निदेशक मण्डल 252 वीं बैठक हुई
  • अलीगढ़ में 150 एकड़ क्षेत्र में औद्योगिक आस्थान विकसित करने से संबंधित प्रस्ताव पर बोर्ड की सहमति
  • महोबा, ललितपुर, लखनऊ व रामपुर में नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने एवं फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना पर निर्णय
  • ओडीओपी योजना के अंतर्गत खुर्जा में पॉटरी काम्पलेक्स
  • विकसित करने पर निर्णय

लखनऊ, शनिवार 11सितम्बर 2021 (सूवि) भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष पंचमी वर्षा ऋतु २०७८ आनन्द नाम संवत्सर। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आज लोक भवन में उ0प्र0 लघु उद्योग निगम के निदेशक मण्डल 252 वीं बैठक हुई। जिसमें अलीगढ़ जनपद में 150 एकड़ क्षेत्र में औद्योगिक आस्थान विकसित करने के संबंध प्रस्तुत प्रस्ताव पर बोर्ड ने सहमति प्रदान की। 

इसके साथ ही जनपद हेतु प्रस्तुत प्रस्ताव महोबा, ललितपुर, लखनऊ तथा रामपुर में नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने व फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना पर भी निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत खुर्जा में पॉटरी काम्पलेक्स विकसित करने पर निर्णय गया।

डा0 नवनीत सहगल ने बताया कि अलीगढ़ जनपद के ख्यामई गांव में औद्योगिक आस्थान विकसित करने हेतु 150 एकड़ भूमि पुर्नग्रहीत की गई है। इस औद्योगिक आस्थान को विकसित करने के लिए उ0प्र0 लघु उद्योग निगम (यूपीएसआईसी) को अधिकृत संस्था नामित किया गया है। प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जायेगा। इसमें औद्योगिक, कामर्शियल व उद्योगों में काम करने वाले कामगारों के लिए आवसीय सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस औद्योगिक आस्थान में इलेक्ट्रोप्लेटिंग, कास्टिंग, पाउडर कोटिंग व अन्य विभिन्न प्रकार के उद्योगों को स्थापित किया जायेगा तथा अलग-अलग प्रकार के उद्योगों हेतु क्लस्टर विकसित करने के साथ कामन ईटीपी भी लगाया जायेगा। फ्लैटेड फैक्ट्री स्थापित करने के लिए भी स्थान का चिन्हांकन कर लिया गया है।    

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अलीगढ़ में विकसित किये जाने वाला औद्योगिक क्षेत्र जेवर एयरपोर्ट सेे महज 49 किमी0 की दूरी पर है। साथ ही प्रस्तावित डिफेंस कारीडोर से इसकी दूरी केवल 10 किमी0 है। इसके अतिरिक्त जी0टी0 रोड से भी यह औद्योगिक क्षेत्र काफी नजदीक है। इसके फलस्वरूप यहां स्थापित होने वाले उद्योगों को बेहतर रोड़ एवं एयर कनेक्टीविटी के साथ-साथ बड़े उद्योगों के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि यहां लोगों को बेहतर वातावरण, अत्याधुनिक औद्योगिक सुविधाएं, ब्ल्यू-ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित तमाम प्रकार की सुविधा उपलब्ध होंगी।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अलीगढ़ व्यापार की दृष्टि से प्रदेश का महत्वपूर्ण बिजनेस सेंटर है और देश में इसकी पहचान सिटी ऑफ लॉक्स के रूप में है। अलीगढ़ में बने ताले पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। फ्लैटेड फैक्ट्री काम्पलेक्स की स्थापना से यहां के कारोबारियों को एक स्थान पर व्यापार से जुड़ी तमाम प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। खरीददार आसानी से उद्यमों तक पहुंच सकेंगे और जनपद से निर्यात में भी वृद्धि होगी। इससे अलीगढ़ की एमएसएमई का चौमुखी विकास भी होगा। उन्होंन बताया कि इस औद्योगिक आस्थान के विकसित हो जाने से प्रदेश की वन-ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में अलीगढ़ का अहम योगदान होगा।

बैठक में बोर्ड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, प्रबंध निदेशक रामयज्ञ मिश्र, निदेशक राजीव कुमार श्रीवास्तव एवं अजय जौहरी के अलावा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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