- सरल और सहज स्वभाव के धनी थे राजा भैया
- उनकी सेवा भरी अमिट छाप ने भाव विभोर किया श्रद्धांजलि सभा को
- उनकी सहभागिता और सहयोग का उदाहरण कोरोना कॉल में नारायणा हॉस्पिटल द्वारा जनपद वासियों की सेवा प्रत्यक्ष प्रमाण है
कानपुर, बुधवार 30मार्च 2022 (सूवि) चैत्र मास कृष्ण पक्ष त्रयोदशी बसंत ऋतु २०७८ आनन्द नाम संवत्सर। जीवन कितना अद्भुत है जो इस संसार में आया है उसकी मृत्यु निश्चित है और यही सत्य है राजा हो या रंक। मृत्यु की कोई दवा भी नहीं है। नारायणा ग्रुप के चेयरमैन तथा पूर्व पार्षद पंडित कैलाश नारायण त्रिवेदी राजा भैया का चैत्र कृष्ण प्रतिपदा होली के दिन 19 मार्च शनिवार को प्रातः निधन हो गया था आज उनका सनातनी रीति रिवाज से तेरहवीं संस्कार और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन नारायणा विद्यापीठ में हुआ।
श्रद्धांजलि सभा में जनपद व आसपास के राजनीतिज्ञ समाजसेवी पत्रकार साहित्यकार शिक्षक गणमान्य लोग अधिकारी तथा क्षेत्रीय जनता ने अपने प्रिय राजा भैया को श्रद्धांजलि दी।
पंडित कैलाश नारायण त्रिवेदी जी अपने पीछे अपनी मां पत्नी कुसुमलता 3 बच्चे अमित नारायण त्रिवेदी, ललित नारायण त्रिवेदी, उदित नारायण त्रिवेदी और दो पुत्रियों 2 पौत्र देवांश, श्रेय तथा एक भाई प्रकाश नारायण त्रिवेदी "लालजी" और तीन भतीजे अंकित त्रिवेदी, शोभित त्रिवेदी, मोहित त्रिवेदी से भरा पुरा परिवार छोड़कर गए हैं।
डॉक्टर शैलेंद्र दिक्षित, रामजी त्रिपाठी, आर एस एस के पदाधिकारी, भाजपा के पदाधिकारियों ने तथा उनके दोनों दमादो ने, उनके साथ बिताए हुए समय को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में जनसैलाब रहा जिसमें मुख्य रुप से दक्षिण जिला अध्यक्ष डॉ बीना आर्या पटेल, अनूप पचौरी, बॉबी पाठक, रमाकांत, पूर्व पार्षद दिनेश बाजपेई, एडवोकेट नरेश तिवारी, पत्रकार संजय कुमार मिश्र, कमलेश दुबे, पार्षद गुड्डू अवस्थी, पार्षद विनोद पाल,धर्मवीर, राहुल कुमार मिश्र, महेश त्रिवेदी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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