जनपद में समस्त विकास खंडों की विभिन्न ग्राम पंचायतों में 26 अतिरिक्त गौवंश आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाना है।
समस्त उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से वृहद गोवंश आश्रय स्थलों का सत्यापन किया जाए। प्रतिदिन प्रत्येक खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी द्वारा गौवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर बरसात के दृष्टिगत आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। अधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र में निकले तथा गौशालाओं एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव इत्यादि समस्याओं के निस्तारण हेतु आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
समीक्षा के अंतराल निर्माणाधीन गोवंश आश्रय स्थलों की प्रगति के संबंध में उपस्थित समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी एवं समस्त पशु चिकित्सा अधिकारियों को निम्न निर्देश दिए:-
• समस्त उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से अपनी-अपनी तहसीलों की समस्त वृहद गोवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण तत्काल कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
• प्रत्येक खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी संयुक्त रूप से अपने विकास के अंतर्गत कम से कम एक गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण प्रतिदिन करें तथा जो भी कमियां पाईं जाए उनके समुचित निदान हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक विकास खंड के अंदर निर्मित समस्त गौशालाओं का निरीक्षण अगले सप्ताह में पूर्ण किया जाए।• ककवन विकासखंड में निर्माणाधीन अतिरिक्त गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण की प्रगति सन्तोषजन न पाए जाने के दृष्टिगत खंड विकास अधिकारी, ककवन का वेतन आहरण पर रोक लगाए जाने हेतु कार्यवाही प्रस्तावित किए जाने के निर्देश परियोजना निदेशक, डी०आर०डी०ए० को दिए।
• बिल्हौर विकास खंड के अंतर्गत सिंधौली ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने के दृष्टिगत ग्राम पंचायत सिंधौली के पंचायत सचिव का वेतन रोकने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए।
• समस्त खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां जितने भी अतिरिक्त गोवंश आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जा रहा है, प्रत्येक गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण की मॉनिटरिंग उनके द्वारा स्वयं की जाए।
• समस्त खंड विकास अधिकारियों द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक गौवंश आश्रय स्थल में आवश्यकतानुसार खंडंजा आदि बनवा दिया जाए ताकि जल भराव की समस्या बारिश के दौरान उत्पन्न न हो।
• परियोजना निदेशक डीआरडीए को निर्देशित किया गया कि अग्रिम सोमवार को समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित करते हुए समस्त गोवंश आश्रय स्थलों का निरीक्षण कराया जाए।
• समस्त गोवंश आश्रय स्थलों के चारों तरफ छायादार वृक्षों का रोपण कराना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में उप जिलाधिकारी बिल्हौर श्रीमती रश्मि लांबा, उप जिलाधिकारी नर्वल एवं घाटमपुर के साथ समस्त खंड विकास अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी श्री कमल किशोर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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