कानपुर नगर। गुरुवार 04सितम्बर 2025 (सूत्र/सूवि /पीआईबी) सूर्य दक्षिरायण, भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। चन्द्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर में आज मा० कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री, उत्तर प्रदेश सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर संयुक्त कृषि निदेशक, कानपुर मण्डल श्रीदेव शर्मा, उप कृषि निदेशक, कानपुर नगर डॉ. आर०एस० वर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी सलीमुद्दीन, जिला कृषि अधिकारी अमर सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी आर०पी० कुशवाहा सहित मण्डल के अन्य जनपदों के जिला स्तरीय कृषि अधिकारी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ. आनन्द कुमार सिंह एवं सभी अनुभागाध्यक्षों ने भी बैठक में प्रतिभाग किया।
समीक्षा बैठक में मा० कृषि मंत्री जी ने निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की जाने वाली फसलों की प्रजातियों का नाम चन्द्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नाम पर रखा जाए, जिससे इसकी पहचान राष्ट्रीय स्तर तक हो सके। उन्होंने कहा कि तोरिया मिनीकिट वितरण का लक्ष्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है, इसलिए कृषकों को ऑनलाइन आवेदन हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। यह भी अवगत कराया गया कि 01 सितम्बर से 25 सितम्बर 2025 तक राई एवं सरसों के मिनीकिट की बुकिंग ऑनलाइन की जा रही है, जिसके आधार पर चयन ऑनलाइन लॉटरी प्रणाली से होगा।
मा० मंत्री जी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन कृषकों ने कृषि यंत्रों की बुकिंग हेतु ऑनलाइन टोकन मनी जमा की थी, उनकी धनवापसी तत्काल सुनिश्चित की जाए। साथ ही कृषि वैज्ञानिकों को लक्ष्य दिया गया कि धान की उत्पादकता 30 कु०/हे० से बढ़ाकर 45 कु०/हे०, गेहूँ की उत्पादकता 41 कु०/हे० से बढ़ाकर 55 कु०/हे०, राई/सरसों की उत्पादकता 13 कु०/हे० से बढ़ाकर 22 कु०/हे०, दलहन की उत्पादकता 12 कु०/हे० से बढ़ाकर 20 कु०/हे० तथा मक्का की उत्पादकता 29 कु०/हे० से बढ़ाकर 70 कु०/हे० करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर ही नई प्रजातियों का विकास किया जाए।
बैठक के उपरान्त मा० मंत्री जी ने बीज विकास निगम के परियोजना कार्यालय एवं बीज विद्यायन संयंत्र, कल्याणपुर का निरीक्षण किया और बीजों की गुणवत्ता का परीक्षण भी किया। इस अवसर पर बीज विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक एवं बीज प्रमाणीकरण संस्था के प्रबन्ध निदेशक पी०यू०पी० शर्मा, बीज प्रमाणीकरण संस्था के निदेशक टी०पी० चौधरी तथा परियोजना निदेशक बीज विकास निगम श्री उमाशंकर उपस्थित रहे।
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