कानपुर नगर। गुरुवार 04सितम्बर 2025 (सूत्र/संवाददाता) सूर्य दक्षिरायण, भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की द्वादशी ऋतु २०८२ कालयुक्त नाम संवत्सर। उपलब्धियों की सुनहरी किताब में एक और नया अध्याय जोड़ते हुये राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर ने उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर से उ.प्र. सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति के बीच मुख्य भवन, विधान सभा, लखनऊ में एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किया।
गन्ना किसानों के लिये भविष्य में वरदान साबित होने वाले एम.ओ.यू. पर राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर से प्रो.सीमा परोहा, निदेशक एवं उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर से वी.के. शुक्ल, अपर गन्ना आयुक्त, विकास/शोध एवं समन्वय ने हस्ताक्षर किये।
इस अवसर पर उ.प्र. सरकार के माननीय मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग, उ.प्र. सरकार तथा महत्वपूर्ण अधिकारियों में श्रीमती वीना कुमारी मीना, प्रमुख सचिव, चीनी उद्योग, गन्ना विकास और आबकारी विभाग, श्रीमती मिनिष्ठी एस., गन्ना एवं चीनी आयुक्त, उ.प्र. तथा तथा राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर से प्रो.अशोक कुमार इन ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण पलों के साक्षी रहे।
इस संबंध में प्रो.सीमा परोहा ने बताया कि समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) के तहत राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के कृषि फार्म में गन्ने के उन्नत किस्म के प्रजनक बीज का उत्पादन संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा किया जायेगा, जिसको उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर द्वारा किसानों को उपलब्ध करवाया जायेगा। इन प्रजनक बीजों से कम लागत तथा कम श्रम में बेहतर उत्पादन संभव होगा तथा इन पर कीटों का आसानी से असर नहीं होगा।
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